योग आसन

योग शास्त्रों के अनुसार कुल 84 लाख आसन बताए जाते हैं, लेकिन व्यवहार में 84 योगासन ही प्रमुख और चर्चित माने जाते हैं। आधुनिक योग की प्रैक्टिस में सामान्यतः 10-30 तरह के योगासन सबसे ज्यादा किए जाते हैं। योगासन को कई प्रकारों में बांटा जाता है।

योग आसनों के प्रमुख प्रकार
  1. स्थिर आसन (Static Asanas)

    • -जैसे: पद्मासन, सिद्धासन, सुखासन, वज्रासन

    • -उद्देश्य: ध्यान, प्राणायाम या मेडिटेशन में स्थिर बैठना

  2. गतिशील आसन (Dynamic Asanas)

    • -जैसे: सूर्य नमस्कार, चक्रासन, नौकासन

    • -उद्देश्य: शरीर की लचीलापन, शक्ति और ऊर्जा बढ़ाना

  3. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन

    • -जैसे: शवासन, सेतुबंधासन, हलासन, उत्तानपादासन

  4. पेट के बल लेटने वाले आसन

    • -जैसे: भुजंगासन, मकरासन, शलभासन, धनुरासन

  5. खड़े होकर किए जाने वाले आसन

    • -जैसे: ताड़ासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन, उत्कटासन

  6. बैठकर किए जाने वाले आसन

    • -जैसे: पाद्मासन, जानु शीर्षासन, पश्चिमोत्तानासन, गोमुखासन

  7. औंधे या उल्टे होने वाले आसन (Inversion Asanas)

    • -जैसे: शीर्षासन, सर्वांगासन, विपरीतकरणि

किस आसन से कौन-कौन से लाभ मिलते हैं

त्रिकोणासन (Trikonasana)

लाभ

  1. पाचन तंत्र दुरुस्त करता है।
  2. पीठ दर्द में राहत देता है।
  3. मानसिक संतुलन और तनाव राहत प्रदान करता है।

लाभ

  1. रीढ़ की हड्डी को मज़बूती प्रदान करता है।
  2. थकान, तनाव, सांस की समस्या में फायदेमंद होता है।
  3. पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।

भुजंगासन (Bhujangasana)

सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)

लाभ

  1. संपूर्ण शरीर में लचीलापन और ऊर्जा बढ़ाता है।

  2. मेटाबॉलिज़्म और हार्मोन बैलेंस में लाभकारी होता है।

  3. स्त्रियों व पुरूषों दोनों के लिए उपयोगी व्यायाम है।

लाभ

  1. पेट की चर्बी घटाता है।

  2. हाई ब्लड प्रेशर और थायराइड में फायदेमंद।

  3. रीढ़ और छाती को मजबूत बनाता है।

सेतुबंधासन (Setu Bandhasana)

हलासन (Halasana)

लाभ

  1. मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  2. कब्ज में राहत, पीठ दर्द में उपयोगी होता है।

लाभ

  1. कंधे, पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  2. रक्त संचार ठीक रखता है।

पादहस्तासन (Padahastasana)

नटराज आसन (Natarajasana)

लाभ

  1. वजन घटाने और संतुलन में लाभकारी होता है।

  2. जांघ, कूल्हे, टखने और सीना मजबूत करता है।

लाभ

  1. ब्लड सर्कुलेशन सुधारता है।

  2. पेट और कमर की समस्याओं में लाभकारी होता है।

मार्जरासन (Marjariasana)

गोमुख आसन (Gomukhasana)

लाभ

  1. तनाव, चिंता और शरीर का लचीलापन बढ़ाता है।

लाभ

  1. मेरुदंड, छाती, कमर, और मांसपेशियों को मजबूत करता है।

  2. शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ाता है।

  3. रीढ़ लचीली और लंबे समय तक स्वस्थ रहती है।

चक्रासन (Chakrasana)

इन योगासनों को अपनी आवश्यकता और स्वास्थ्य समस्या अनुसार नियमित करें। हर आसन को संयमित और शारीरिक क्षमता के अनुसार ही करें।

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